यूँ तो

यूँ तो अँधेरा पहले भी हुआ करता था 
पर उम्मीद की किरण फिर भी दिखा करती थी 

यूँ तो झगड़े पहले भी हुआ करते थे 
पर आपसी प्यार नहीं मारा करता था 

यूँ तो भूख पहले भी हुआ करती थी 
पर इंसान जानवर नहीं बना करता था 

यूँ तो मौतें पहले भी हुआ करती थीं 
पर ज़मीर नहीं मारा करता था 

पतझड़ पहले भी आया करता था 
पर सावन नहीं मारा करता था 

बसंत पहले भी रूठ जाया  करता था
पर कोयल की कूक नहीं मरा करती थी 

इमारतें पहले भी गिरा करती थीं 
पर आशियानें नहीं टूटा करते थे 

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